केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दिल्ली-एनसीआर में एक बड़े नार्को-नेववर्क का भंडाफोड़ होने पर दिल्ली पुलिस और एनसीबी की तारीफ की है। उन्होंने ईद वाले दिन यानी 31 मार्च को अपने सोशल मीडिया ‘X’ अकाउंट पर खुद इसकी जानकारी दी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया ‘X’ अकाउंट पर लिखा “ड्रग व्यापार के खिलाफ हमारी कार्रवाई जारी है। मोदी सरकार की ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत दिल्ली-एनसीआर में एक बड़े नार्को-नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया। NCB और दिल्ली पुलिस ने गिरोह को पकड़ लिया और 27.4 करोड़ रुपये मूल्य के मेथामफेटामाइन, MDMA और कोकीन बरामद किए और पांच लोगों को गिरफ्तार किया। मैं इस बड़ी सफलता के लिए NCB और दिल्ली पुलिस की सराहना करता हूं।”
युवाओं के दिमाग पर असर डालते हैं ये नशीले पदार्थ
दिल्ली पुलिस और एनसीबी ने जिस नशीले पदार्थ का जखीरा पकड़ा है। उसमें मेथामफेटामाइन, एमडीएमए (3,4-मिथाइलीन डाइऑक्सीमेथामफेटामाइन) और कोकीन शामिल हैं। ये तीनों ही भयंकर नशीले पदार्थ हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये नशीले पदार्थ युवाओं को इसका लती बनाते हैं।
कैसे काम करते हैं ये नशीले पदार्थ?
विशेषज्ञों की मानें तो मेथामफेटामाइन एक सिंथेटिक उत्तेजक है। यह शरीर में केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (Central nervous system) को एक्टिव करता है। जब यह शरीर पर हावी होता है तो ऊर्जा, सतर्कता और खुशी का अनुभव होता है। इसलिए युवा इसकी ओर ज्यादा भागते हैं। इसके अलावा एमडीएमए वह नशीला पदार्थ है। जिसका असर होते ही दिमागी भावनाओं में उथल-पुथल पैदा हो जाती है। यानी शरीर उत्तेजना से भर जाता है।