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छत्‍तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों के नए साल में पता बदल जाएगा। नवा रायपुर के सेक्टर-24 में उपमुख्यमंत्री अरुण साव की महिला व बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े पड़ोसी होंगी। वित्त मंत्री ओपी चौधरी के पड़ोसी वनमंत्री केदार कश्यम होंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के शिफ्टिंग के बाद स्थितियां पूरी तरह से बदल चुकी हैं। नवा रायपुर के भव्य भवन में शिफ्ट करने से परहेज करने वाले मंत्री अब बंगला आवंटन के लिए संपदा विभाग को आवेदन कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री अरूण साव, वित्त मंत्री ओपी चौधरी और खाद्य मंत्री दयालदास बघेल के लिए भवन अलाट हो गए हैं।

उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा ने आवेदन किया है, जिनके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एक-दो दिनों में गृहमंत्री शर्मा को भवन अलाट होने की उम्मीद है। उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने भी भवन आवंटित करा लिया है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और राजस्व व खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने अभी तक भवन के लिए आवेदन नहीं किया है।

नवा रायपुर में मंत्रियों के लिए 500 करोड़ की लागत में भवन तैयार किए गए हैं, लेकिन अब तक सिर्फ रामविचार नेताम ही नवा रायपुर के भवन में शिफ्ट हुए हैं। रायपुर में ही मंत्री पुराने भवन में जमे हुए हैं, जबकि नवा रायपुर में भवनों के मेटेंनेंस पर लाखों रूप खर्च किए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि नए साल में विष्णु देव साय सरकार के मंत्री नवा रायपुर के भवनों में गृह प्रवेश कर लेंगे।

नवा रायपुर में सभी सरकारी कार्यालय स्थापित हो गए हैं। राज्य मंत्रालय महानदी भवन, संचालनालय इंद्रावती भवन, मंडी बोर्ड, संवाद, साइबर सेल, रेस्ट हाउस, पुलिस मुख्यालय समेत सभी सरकारी कार्यालयों में काम शुरू हो गए हैं। नई विधानसभा और राजभवन भी बनाया जा रहा है। तीन एकड़ में स्पीकर हाउस बनाया जा रहा है। 14 एकड़ में राजभवन तैयार किया जा रहा है, जो अंतिम चरण में है।

नवा रायपुर में शासकीय कार्यालयों के स्थापित होने के बाद भी बसाहट नहीं बढ़ रही है, हालांकि इसके लिए प्रयास सतत जारी है। राज्य सरकार का नवा रायपुर बसाने का उद्देश्य है कि आबादी बढ़ेगी, निवेश आएगा और रोजगार के साधन बढ़ेंगे। रायपुर में आबादी और ट्रैफिक का दवाब कम होगा। सरकारी वाहनों की आवाजाही से होने वाली ट्रैफिक जाम की शिकायत से भी निजात मिलेगी।

मंत्रियों को सेक्टर-24 में आवंटित भवन

  • अरुण साव: एम-6
  • ओपी चौधरी: एम-11
  • केदार कश्यप: एम-10
  • दयालदास बघेल: एम-8
  • लक्ष्मी राजवाड़े: एम-7

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