राजधानी रायपुर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर आईजी अमरेश मिश्रा ने आपातकालीन बैठक बुलाई। इसके साथ ही, थानों का औचक निरीक्षण भी किया गया।
इस दौरान लापरवाही पाए जाने पर पंडरी थाना प्रभारी मल्लिका बैनर्जी को निलंबित कर दिया गया, जबकि डी.डी नगर थाना प्रभारी को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है।
हाल ही में रायपुर में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है, जैसा कि 1 नवंबर की रात से अब तक की घटनाओं से स्पष्ट है, जिसमें राजधानी में सात लोगों की हत्या की गई है।
इन घटनाओं के बाद, आईजी अमरेश मिश्रा ने देर शाम एएसपी, सीएसपी और सभी थाना प्रभारियों की आपात बैठक आयोजित की। बैठक में आईजी ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और शहर में सख्त पुलिसिंग करने तथा गुंडों और बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इस बैठक से पहले, रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने 24 घंटे के भीतर शहर के चार से पांच थानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने डी.डी नगर थाना प्रभारी शिवेंद्र राजपूत को एफआईआर दर्ज करने में लापरवाही के लिए शो कॉज नोटिस जारी किया। इसके साथ ही, उन्होंने थानों की व्यवस्थाओं को लेकर प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाई।
पंडरी थाना प्रभारी के निलंबन की वजह यह रही कि विधानसभा थाने में चोरी का मामला दर्ज किया गया था। पंडरी पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को पकड़कर चोरी का माल जब्त किया, लेकिन पंडरी थाना ने न तो विधानसभा थाने को इस बारे में सूचना दी और न ही कोई कार्रवाई की। इस लापरवाही और उदासीनता के कारण आईजी अमरेश मिश्रा ने निरीक्षक मल्लिका बैनर्जी को तुरंत निलंबित कर दिया।