तीन सालों में यहां पदस्थ शिक्षिका रोज आती रहीं, पढ़ाती रहीं और अटेंडेंस लगाकर चली जातीं. इस तरह बगैर बच्चों के स्कूल में पढ़ाने के लिए शिक्षिका को हर महीने वेतन जारी किया जाता है.
तीन सालों में यहां पदस्थ शिक्षिका रोज आती रहीं, पढ़ाती रहीं और अटेंडेंस लगाकर चली जातीं. इस तरह बगैर बच्चों के स्कूल में पढ़ाने के लिए शिक्षिका को हर महीने वेतन जारी किया जाता है.