CG News: मरीजों को लगाने पड़ रहे चक्कर
ऐसे में प्रदेश की चारों दिशाओं के मरीजों को रायपुर की दौड़ लगानी पड़ रही है। कई मरीज जो समय पर पहुंच जाते हैं, उनकी जान बच जाती है। इन्हें रायपुर पहुंचने में देरी होती है, ऐसे मरीजों की मौत भी हो जाती है। पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) 31 अक्टूबर 2017 में शुरू हुआ था। इसके पहले मेडिसिन विभाग में कैथलैब यूनिट थी। तब वहां पर पीजीआई चंडीगढ़ व कुछ निजी अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट को बुलाकर एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी हो रही थी।
बिलासपुर-जगदलपुर में सुपर स्पेशलिटी, लेकिन अधूरा
बिलासपुर व जगदलपुर में पिछले साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का लोकार्पण करने वाले थे, लेकिन काम अधूरा होने के कारण ऐसा नहीं हो सका। बाद में बिलासपुर में केवल ओपीडी शुरू हुई है। एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी शुरू नहीं हुई है। वहीं, जगदलपुर में तो डॉक्टरों के लिए वेतन तक तय नहीं किया जा सकता है।
केस-एक
सुकमा जिले के 45 वर्षीय मानिक सिंह को सीने में तेज दर्द हुआ। ईसीजी से पता चला कि हार्ट की धड़कन अनियमित हो गई है। डॉक्टरों ने हार्ट अटैक का केस बताया गया। सुकमा व जगदलपुर में कैथलैब यूनिट नहीं है। इसलिए मरीज को रायपुर रेफर किया गया। मरीज की रास्ते में मौत हो गई।
केस- दो