नए वर्ष का जश्न मनाने के लिए लोग पहाड़ों और धार्मिक स्थलों पर जा रहे हैं, लेकिन जनवरी तक बिलासपुर से गुजरने वाली एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं है। वेटिंग लिस्ट 100 से 250 तक पहुंच गई है। हालांकि, जिन लोगों ने एक माह पहले टिकट बुक करा लिया था, उन्हें कंफर्म सीट जरूर मिल गई है। रेलवे आरक्षण केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली, मुंबई, हावड़ा सहित अन्य रूट की ट्रेनों में लगातार वेटिंग बढ़ रही है। हावड़ा रूट पर चलने वाली आजाद हिंद्र एक्सप्रेस में वेटिंग 256 तक पहुंच गई है, वहीं गीतांजलि एक्सप्रेस में 10 जनवरी तक नो रूम है।
इन ट्रेनों में नो रूम
दिल्ली, मुंबई हावड़ा सहित अन्य रूट की ट्रेनों में इन दिनों वेटिंग बढ़ गई है। हावड़ा रूट पर चलने वाली आजाद हिंद एक्सप्रेस, गीतांजलि एक्सप्रेस, हावड़ा मेल, हावड़ा सुपरफास्ट, शालीमार एक्सप्रेस, हटिया एक्सप्रेस, ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस, सारनाथ, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, समता, राजधानी एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिलने के कारण लोगों को मजबूरी में दूसरे विकल्प का सहारा लेना पड़ रहा है।
रायपुर-बिलासपुर से आठ कुंभ स्पेशल
दक्षिण रेलवे से चलने वाली आठ कुंभ स्पेशल रायपुर-बिलासपुर से छूटकर गोंदिया, बालाघाट के रास्ते चलेंगी। ऐसे में राजनांदगांव तक यात्रियों को प्रयागराज में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए आने-जाने में सुविधा होगी। कुल मिलाकर दक्षिण रेलवे के साथ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से होकर पांच महाकुंभ स्टेशल अलग-अलग तारीखों में प्रयागराज के बीच आना-जाना करेगी।
महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगी, इसलिए रिजर्वेशन सबसे अधिक हो रहा है। रेलवे प्रशासन से जारी शेड्यूल के अनुसार वैसे तो देशभर से महाकुंभ के दौरान 3,000 स्पेशल ट्रेनों सहित 13,000 से अधिक ट्रेनें चलाने को तैयार है।
दक्षिण रेलवे से चलाने वाली पांच महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के गोंदिया, बालाघाट और नैनपुर होकर जबलपुर के रास्ते प्रयागराज तक चलेंगी। इससे यात्रियों को कंफर्म बर्थ की सुविधा मिलेगी।