4078145881738806504
14271021545470334915
ब्रेकिंग न्यूज़
MP Hamare Shikshak App: ई-अटेंडेंस को लेकर विरोध शुरू, शिक्षक संगठनों ने कहा-टीचर्स के साथ सौतेला व्यवहार न करे सरकार Gold Rate Today 24 June 2025: सोने के दाम में गिरावट, चांदी के दाम स्थिर, पढ़ें आज का सोने-चांदी का भाव UP BJP MLA Car Accident: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे पर पहला रोड एक्सीडेंट, EX CM के बेटे की स्कॉर्पियो 6 बार पलटी, 7 घायल Today live Update: ट्रम्प का दावा-ईरान-इजराइल में सीजफायर लागू, ईरान ने किया खारिज, इजराइल पर 6 बैलिस्टिक मिसाइल से हमला Dhanu July Month Horoscope: धनु के लिए करियर में उन्नति के संकेत, जुलाई में और क्या होगा खास, पढ़ें आर्थिक-लव राशिफल Bhopal News: नालों की हो सफाई, स्ट्रीट लाइट और गड्ढों की मरम्मत पर फोकस, नगर निगम अध्यक्ष ने अधिकारियों को दिए निर्देश

दो मौसमी तंत्र सक्रिय होने के कारण छत्तीसगढ़ में बड़ी मात्रा में नमी का आगमन हो रहा है, जिससे मंगलवार को राज्य के कुछ इलाकों में हल्की बारिश या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। वर्षा मुख्य रूप से दक्षिण छत्तीसगढ़ में केंद्रित रहने की संभावना है।

हालांकि, नमी रायपुर संभाग तक पहुंच रही है, जिससे वहां बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। राज्य में सबसे अधिक तापमान 34.0 डिग्री लखनपुर में और सबसे कम तापमान 18.9 डिग्री बलरामपुर में दर्ज किया गया।

मानसून की विदाई के बावजूद राज्य में बादलों की आवाजाही बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में प्रदेश के औसत तापमान में 3 से 4 डिग्री की कमी आई है। आने वाले दिनों में तापमान में 1 से 2 डिग्री की और गिरावट हो सकती है। मौसम साफ होने के बाद तापमान में तेजी से गिरावट होने की संभावना है।

पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तर अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और 22 अक्टूबर की सुबह तक अवदाब में बदलने की संभावना है। इसके बाद 23 अक्टूबर को यह चक्रवात का रूप लेकर पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर सक्रिय हो सकता है।

फिर यह उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए 24 अक्टूबर की सुबह ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट के पास, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है। इसके अलावा, पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर भी एक निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *