बीते तीन साल में योजना के तहत 2 लाख करोड़ से अधिक की सहायता किसानों को दी गई है. आईसीएआर और अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (आईएफपीआरआई) के सहयोग से की गई एक स्टडी के मुताबिक योजना से कृषि के लिए आवश्यक वस्तुओं को खरीदने, किसानों की लिक्विडिटी की कमी को दूर करने में बड़ी सहायता मिली है.