राजधानी रायपुर में यातायात की बढ़ती समस्या और सड़कों पर लगने वाले जाम को लेकर अब एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा रिंग रोड पर सड़क हादसों को कम करने और जाम की समस्या को हल करने के लिए एक बड़े निर्माण कार्य की शुरुआत की जा रही है। इस योजना के तहत रायपुर के कबीरनगर, हीरापुर और बंगाली चौक के बीच 700 मीटर की दूरी पर दो फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। इन फ्लाईओवरों के निर्माण के लिए 73 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है, और इस कार्य को जल्द ही शुरू किया जाएगा।
फ्लाईओवर निर्माण के लिए अंतिम सर्वेक्षण पूरा
पीडब्ल्यूडी विभाग ने फ्लाईओवर निर्माण के लिए अंतिम सर्वेक्षण पूरा कर लिया है और अब काम को शुरू करने के लिए आवश्यक तैयारी की जा रही है। अगले चरण में स्वाईल टेस्टिंग यानी उस स्थान की मिट्टी का परीक्षण किया जाएगा जहां फ्लाईओवर का निर्माण होना है। मिट्टी की जांच के बाद यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वहां निर्माण कार्य करना सुरक्षित है और संरचना के लिए उपयुक्त है। इसके बाद निर्माण कार्य की शुरुआत हो जाएगी।
ट्रैफिक जाम और हादसों से मिलेगी राहत रायपुर में पिछले कुछ वर्षों में बढ़ती आबादी और यातायात में भी भारी वृद्धि हुई है। रिंग रोड पर कबीरनगर, हीरापुर और बंगाली चौक जैसे प्रमुख स्थानों पर ट्रैफिक जाम और सड़क हादसे आम समस्या बन चुके थे। इन स्थानों पर वाहनों की आवाजाही बहुत अधिक होती है, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है और दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाती है। खासकर इन चौराहों पर ट्रैफिक का दबाव अधिक होने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। फ्लाईओवरों के निर्माण से इन समस्याओं पर काबू पाया जा सकेगा, जिससे लोगों को यात्रा में आसानी होगी और हादसों की संभावना भी घटेगी।
इस परियोजना के तहत हीरापुर और बंगाली चौक के बीच दो फ्लाईओवरों का निर्माण किया जाएगा, जो लगभग 700 मीटर की दूरी में होंगे। ये फ्लाईओवर यातायात को सुगम बनाएंगे और जाम की समस्या से निजात दिलाएंगे। फ्लाईओवर बनने से उन जगहों पर वाहनों की रुकावट कम हो जाएगी, जिससे यातायात की गति तेज होगी। इसके अलावा, दुर्घटनाओं की संभावना भी घटेगी क्योंकि इन फ्लाईओवरों से वाहनों का मार्ग अलग होगा और मुख्य सड़कों पर दबाव कम होगा। यह योजना खास तौर पर इस उद्देश्य से बनाई गई है कि यातायात में गति आए और लोग अपने गंतव्य तक जल्दी पहुंच सकें। अनुमान के मुताबिक, इन फ्लाईओवरों के बनने के बाद प्रति यात्रा में करीब 10 मिनट की बचत हो सकेगी, जिससे पूरे शहर में ट्रैफिक की समस्या में सुधार होगा और समय की बचत होगी। इन फ्लाईओवरों से ना केवल शहरवासियों को फायदा होगा, बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी यातायात के दबाव को कम किया जा सकेगा।
रायपुर की बढ़ती आबादी और यातायात में हो रही वृद्धि को देखते हुए शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़क नेटवर्क को सुधारने की आवश्यकता थी। रिंग रोड पर हो रहे इस फ्लाईओवर निर्माण कार्य से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि यह रायपुर के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। शहर की बढ़ती आवश्यकताओं को देखते हुए यह परियोजना समय की आवश्यकता बन चुकी थी। समय के साथ बढ़ते वाहन, बढ़ती आबादी और पुराने सड़क नेटवर्क के कारण यातायात की समस्या लगातार बढ़ती जा रही थी। ऐसे में यह फ्लाईओवर परियोजना रायपुर में यातायात की समस्या को सुलझाने में महत्वपूर्ण साबित होगी। साथ ही, यह नगर निगम और राज्य सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन में भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जाएगा।