40 से 200 तक हो सकते हैं प्रतिभागी
डॉ दिलीप ने बताया कि यह प्रोग्राम ऐसे वर्किंग प्रोफेशनल्स जो खुद के स्किल को बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए अच्छा है। इस कोर्स में मिनिमम 40 और मैक्सिमम 200 तक सीटें हो सकती है। इस कोर्स में किसी भी ब्रांच से इंजीनियरिंग किए पार्टिसिपेंट्स के साथ बीएसए किए प्रतिभागी भी हिस्सा ले सकते है। इसमें 2 साल तक के अनुभव के लिए 60 प्रतिशत सीजीपीए और 2 साल से अधिक अनुभव वाले प्रतिभागी के लिए 55 प्रतिशत सीजीपीए अनिवार्य है।
सप्ताह में दो दिन लगेगी क्लास
उन्होंने बताया कि नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी) के साथ मिलकर एनआईटी यह प्रोग्राम शुरू कर रहा है। एनएसडीसी इसमें कोर्स टेक पार्टनर है। वे एडमिशन प्रोसेस के साथ ही कोर्स के समय टेक सपोर्ट करेंगे। यह प्रोग्राम सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को संचालित होगा। इसके जरिए वर्किंग प्रोफेशनल्स आसानी से क्लास में हिस्सा ले सकेंगे। इससे उन्हें कोई दिक्कत भी नहीं होगी। कोर्स में 10 सब्जेक्ट के साथ ही एक माइनर और एक मेजर प्रोजेक्ट होंगे। इसमें हर सब्जेक्ट की 4-4 घंटे की क्लास लगेगी। पूरा कोर्स 55 क्रेडिट स्कोर का होगा।