ओडिशा-छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती इलाका होने से महासमुंद जिले में रोजाना 100 से भी अधिक यात्री बसों का आवागमन होता है. अधिकतर बसें बिना परमिट के चल रही हैं. स्थानीय बस स्टैंड से प्रत्येक 10 मिनट मे बसों का संचालन गंतव्य की ओर होता है. वहीं, टाइमिंग प्रतिस्पर्धा के चलते नगर के भीतर व्यस्तम मार्गों पर यह बसें तेज रफ्तार से सरपट दौड़ती हैं जिससे हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है
ओडिशा-छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती इलाका होने से महासमुंद जिले में रोजाना 100 से भी अधिक यात्री बसों का आवागमन होता है. अधिकतर बसें बिना परमिट के चल रही हैं. स्थानीय बस स्टैंड से प्रत्येक 10 मिनट मे बसों का संचालन गंतव्य की ओर होता है. वहीं, टाइमिंग प्रतिस्पर्धा के चलते नगर के भीतर व्यस्तम मार्गों पर यह बसें तेज रफ्तार से सरपट दौड़ती हैं जिससे हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है