कलेक्टर रोहित व्यास ने प्रशासनिक सुदृढ़ीकरण और कामकाज में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से 6 वर्ष या उससे अधिक समय से एक ही स्थान पर कार्यरत राजस्व निरीक्षकों और लिपिक वर्ग के शासकीय सेवकों का स्थानांतरण किया है। 25 नवंबर को जारी आदेश में कलेक्टर ने स्पष्ट संदेश दिया है कि प्रशासनिक प्रक्रिया में निष्पक्षता और संतुलन बनाए रखना सर्वोपरि है।
कलेक्टर का सबसे बड़ा कदम जशपुर मुख्यालय में 25 वर्षों से कार्यरत राजस्व निरीक्षक गोविंद कुमार सोनी को पत्थलगांव स्थानांतरित करना रहा। यह निर्णय प्रशासनिक स्तर पर एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। इसी तरह, कलेक्ट्रेट में पदस्थ बाबुओं का भी स्थानांतरण कर उन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
इसके अतिरिक्त, जिला कार्यालय और विभिन्न तहसीलों में कार्यरत लिपिक वर्ग और सहायक ग्रेड कर्मचारियों को भी नई शाखाओं में स्थानांतरित किया गया है। इस कदम का उद्देश्य प्रशासनिक प्रक्रिया को अधिक कुशल और प्रभावी बनाना है। कलेक्टर का यह निर्णय प्रशासनिक सुदृढ़ीकरण और पारदर्शिता की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे कर्मचारियों के स्थानांतरण से कामकाज में गति और संतुलन आने की संभावना है।यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को नई जिम्मेदारियों को शीघ्र ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं।
राजस्व निरीक्षकों के स्थानांतरण की सूची
गोविंद कुमार सोनी- जशपुर से पत्थलगांव
रोहित कुमार सुकरा- कुनकुरी से पत्थलगांव
शशिकांत मिश्रा- दुलदुला से पत्थलगांव
चंद्र विजय साय- कुनकुरी से फरसाबहार
बिशेष्वर एक्का- पत्थलगांव से दुलदुला
रमेशचंद्र भगत- पत्थलगांव से बगीचा
राजेश कुमार खूंटे- पत्थलगांव से कुनकुरी
कन्हैयालाल डेलकी- फरसाबहार से जशपुर