4078145881738806504
14271021545470334915

रिखी क्षत्रिय बस्तर के बीजापुर अंचल से देश का सबसे बड़ा ढोल लेकर आए हैं।

मरोदा सेक्टर स्थित कुहूकी कला ग्राम में यह विशालकाय ढोल पहुंच चुका है।

रिखी क्षत्रिय का कहना है कि अपनी 5 दशक की खोजयात्रा में पहली बार उन्होंने इतना बड़ा ढोल देखा है।

ग्रामीणों ने अपने अपने लोकवाद्यों का प्रदर्शन अपने देवों के सामने किया। जिसमें ग्रामीण भोगम ढोल लेकर पहुंचे थे।

रिखी क्षत्रिय ने बताया कि लगभग एक क्विंटल वजनी भोगम ढोल को सरई बीजा की लकड़ी से बनाया जाता है।

पेन करसाड़ (देव मड़ई) के दौरान उन्हें मुरिया आदिवासी समुदाय के पास यह भोगम ढोल मिला है।