छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में बर्ड फ्लू को लेकर प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। यह कदम पड़ोसी कोरिया जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद उठाया गया है। पशु चिकित्सा विभाग ने रायगढ़ के पोल्ट्री संचालकों को सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिसमें कोरिया जिले से किसी भी तरह की पोल्ट्री सामग्री लाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। यह कदम बर्ड फ्लू के संभावित प्रसार को रोकने और पोल्ट्री व्यवसाय को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए उठाया गया है।
बर्ड फ्लू को लेकर एडवाइजरी जारी
पशु चिकित्सा विभाग ने बर्ड फ्लू को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि यह पक्षियों का एक संक्रामक और घातक रोग है। यह बीमारी पोल्ट्री व्यवसाय को भारी नुकसान पहुंचा सकती है, क्योंकि यह तेजी से फैलती है और पक्षियों की मृत्यु दर को बढ़ा देती है। विभाग ने रायगढ़ के सभी पोल्ट्री संचालकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कोरिया जिले के सरकारी पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है, इसलिए उस क्षेत्र और उसके आसपास के इलाकों से किसी भी प्रकार के पोल्ट्री पक्षी, अंडे, मांस या अन्य उत्पादों की खरीद-बिक्री न की जाए।
सैंपल की जांच
रायगढ़ में इस साल फरवरी 2025 में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद से जिला प्रशासन और पशु चिकित्सा विभाग ने सतर्कता बरतना शुरू कर दिया था। तब से लेकर अब तक सैंपल जांच और निगरानी का सिलसिला लगातार जारी है। अब तक रायगढ़ के पोल्ट्री फार्म से तीन सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं।
सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। पशु चिकित्सा विभाग ने बताया कि आखिरी सैंपल 15 अप्रैल 2025 को भेजा जाएगा। अगर यह रिपोर्ट भी नेगेटिव आती है, तो सरकारी पोल्ट्री फार्म में सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू की जा सकेंगी।
पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक डीडी झरिया ने बताया, “कोरिया जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद रायगढ़ में भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए एक एडवाइजरी जारी की गई है, ताकि बर्ड फ्लू जैसी कोई समस्या दोबारा न हो।”
उन्होंने आगे कहा कि विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और सभी नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। पोल्ट्री संचालकों को भी जागरूक किया गया है, ताकि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना विभाग को दें।
क्या है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है, एक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करती है। यह रोग H5N1 जैसे वायरस के कारण फैलता है और पोल्ट्री पक्षियों में तेजी से फैलने की क्षमता रखता है। यह बीमारी न केवल पक्षियों के लिए घातक है, बल्कि कुछ मामलों में यह इंसानों में भी फैल सकती है, जिसके चलते इसे गंभीरता से लिया जाता है।
छत्तीसगढ़ में पहले भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं और हर बार इसने पोल्ट्री व्यवसाय को भारी नुकसान पहुंचाया है। रायगढ़ में फरवरी में हुए प्रकोप के बाद अब कोरिया में इसकी पुष्टि ने प्रशासन को और सतर्क कर दिया है।