रायगढ़ जिले के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रामभांठा में स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत गर्भाशय (सर्वाइकल) कैंसर की जांच, बचाव और जागरूकता हेतु विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं और उन्होंने स्वास्थ्य परीक्षण में भाग लिया। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुषमा खलखो और श्रीमती लक्ष्मी पटेल उपस्थित रहीं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल कुमार जगत ने जानकारी दी कि कार्यक्रम के दौरान कुल 47 महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की जांच की गई। उन्होंने कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी यदि प्रारंभिक अवस्था में पहचान ली जाए, तो उसका इलाज संभव है और समय रहते जीवन की रक्षा की जा सकती है। विशेषज्ञ डॉ. काकोली पट्नायक ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती चरण में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन जैसे-जैसे यह बढ़ता है, असामान्य रक्तस्राव और दर्द जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। शहरी कार्यक्रम प्रबंधक डॉ.सोनाली मेश्राम ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन सबसे प्रभावी उपाय है, जिसे 9 से 26 वर्ष की लड़कियों को देना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही, 30 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को नियमित रूप से पैप स्मीयर और एचपीवी डीएनए टेस्ट करवाना चाहिए ताकि समय पर किसी भी संक्रमण या कैंसर की पहचान हो सके। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री रंजना पैंकरा, आर.एम.एन.सी.एच.ए. के डॉ. राजेश मिश्रा, डॉ. प्रशांत धिरी सहित स्थानीय मितानिन कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य केंद्र के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।