आदि कर्मयोगी अभियान (Ministry of Tribal Affairs, Government of India) के अंतर्गत धमतरी जिले के 108 ग्रामों में ग्राम सभा बैठकों का आयोजन किया गया। इन बैठकों में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी के साथ ग्राम विकास योजना (Village Development Plan) का निर्माण किया गया।
इस अवसर पर आयोजित ग्राम सभाओं में मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ श्री विष्णुदेव साय का संदेश वाचन किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत अमृतकाल में विकसित भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहा है और इस यात्रा में आदिवासी समाज का उत्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में शुरू हुआ आदि कर्मयोगी अभियान केवल योजना नहीं बल्कि विश्व का सबसे बड़ा जनजातीय नेतृत्व उभारने वाला आंदोलन है। इस अभियान से आदिवासी समाज की संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों को सशक्त किया जाएगा तथा सुशासन और जनभागीदारी की नई मिसाल कायम होगी।
अभियान के अंतर्गत “आदि सेवा पर्व” (17 सितम्बर से 02 अक्टूबर) आयोजित किया जा रहा है। इसमें पूरे देश से 20 लाख स्वयंसेवकों को जोड़ने का लक्ष्य है, जिनमें छत्तीसगढ़ से लगभग 1,33,000 “आदि साथी” सक्रिय भूमिका निभाएंगे। ये साथी पीएम जनमन तथा छत्तीसगढ़ जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान को गति देंगे। उन्होंने आह्वान किया कि 2 अक्टूबर की ग्राम सभाओं में गाँव की जरूरतों और समस्याओं पर चर्चा कर स्थानीय प्रशासन की मदद से क्रिटिकल गैप को दूर किया जाए।
अभियान के अंतर्गत हर ग्राम का अपना Tribal Village Vision 2030 और एक्शन प्लान बनेगा तथा प्रत्येक ग्राम में आदि सेवा केंद्र स्थापित होंगे, जहाँ अधिकारी और ग्रामीण मिलकर समस्याओं का समाधान करेंगे। युवाओं, महिलाओं और प्रबुद्ध जनों की सक्रिय भागीदारी से यह अभियान “सेवा, समर्पण, संकल्प” के ध्येय के साथ सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के मंत्र को साकार करेगा।
जिला कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्र ने कहा कि “ग्राम विकास योजना का निर्माण ग्रामीण समाज, विशेषकर आदिवासी समुदाय के लिए आत्मनिर्भरता और सतत विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।” उन्होंने आगे कहा कि ग्रामवासियों की सहभागिता से तैयार विलेज एक्शन प्लान स्थानीय प्राथमिकताओं पर आधारित है और इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, कृषि, सिंचाई और सांस्कृतिक संरक्षण पर विशेष बल दिया गया है।
अंत में, जिला प्रशासन ने सभी ग्रामवासियों से आह्वान किया कि वे अभियान में सक्रिय भागीदारी कर अपने गाँव के समग्र विकास में योगदान दें।