छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) ने शनिवार को नवा रायपुर अटल नगर में देश के पहले एआई आधारित डेटा सेंटर पार्क (AI-Based Data Center Park) का शिलान्यास किया। यह ऐतिहासिक कदम राज्य को सूचना और तकनीकी क्षेत्र (IT Sector) में नई ऊंचाईयों पर ले जाने वाला साबित हो सकता है।
अधिकारियों के अनुसार, यह डेटा सेंटर पार्क नवा रायपुर के सेक्टर-22 में 13.5 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जाएगा, जिसमें से 2.7 हेक्टेयर क्षेत्र को विशेष आर्थिक क्षेत्र (Special Economic Zone) के रूप में घोषित किया गया है। इस परियोजना को रैक बैंक डेटा सेंटर्स प्राइवेट लिमिटेड (RackBank Data Centers Pvt. Ltd.) द्वारा संचालित किया जा रहा है।
एआई पर आधारित सेवाएं, हरित तकनीक की झलक
इस डेटा सेंटर की खास बात यह है कि यह पूरी तरह एआई सेवाओं (AI Services) के लिए समर्पित होगा। पहले चरण में इसकी क्षमता 5 मेगावाट (MW) रखी गई है, जिसे भविष्य में 150 मेगावाट तक बढ़ाया जाएगा। साथ ही, यह सेंटर हरित व ऊर्जा दक्ष तकनीक (Green & Energy-Efficient Technology) पर आधारित होगा, जिसमें सौर ऊर्जा (Solar Power) का भी प्रमुख उपयोग किया जाएगा।
रोजगार और युवाओं के लिए अवसर
यह परियोजना न सिर्फ तकनीकी क्षेत्र में राज्य को आगे बढ़ाएगी, बल्कि प्रत्यक्ष रूप से 500 और अप्रत्यक्ष रूप से 1500 लोगों को रोजगार भी देगी। मुख्यमंत्री साय ने स्पष्ट किया कि इसमें स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि उन्हें आधुनिक तकनीकी क्षेत्र में बेहतर अवसर मिल सके।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा सपना है एक ऐसा छत्तीसगढ़, जहां के युवा सेमीकंडक्टर भी बनाएंगे और एआई सेवाएं भी देंगे। यह रजत जयंती वर्ष में प्रदेश के लिए गर्व का विषय है कि हम देश का पहला एआई आधारित डेटा सेंटर शुरू कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि नयी औद्योगिक नीति (Industrial Policy) के चलते पिछले पांच महीनों में ही 4.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आ चुका है।
साय ने कहा कि अब उद्योग लगाने के लिए निवेशकों को अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ते, बल्कि एक क्लिक में सारी मंजूरियां मिल जाती हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले पांच वर्षों में राज्य में 4 लाख से अधिक नए रोजगार सृजित होंगे।
पीएम मोदी के विजन का प्रतीक: सीएम साय
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के “जय विज्ञान, जय अनुसंधान” के मंत्र को साकार करता है। यह डेटा सेंटर न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि देशभर के लिए तकनीकी नवाचार का मॉडल बनेगा।