राजनांदगांव निगम की सत्ता में भाजपा की पांच साल बाद वापसी हुई है। महापौर मधुसूदन यादव के नेतृत्व में भाजपा की नई शहरी सरकार अप्रैल के पहले सप्ताह में निगम में बजट पेश करने जा रही है। शहर की जनता को नई सरकार से बजट में शहर विकास के अनुरुप नए सौगातें मिलने की उम्मीद है। बजट को लेकर शुक्रवार को महौपार परिषद की बैठक रखी गई है, जिसमें शहर विकास का खाका तैयार किया जाएगा। वहीं प्रशासन भी बजट की तैयारी में जुट गया है।
गौरतलब है कि इस साल 11 फरवरी को संपन्न हुए निगम चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत हुई है। भाजपा के महापौर प्रत्याशी मधुसूदन यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी निखिल द्विवेदी को एकतरफा 44 हजार से अधिक वोटों से हराकर निगम की सत्ता में काबिज हुए है। वहीं 51 वार्ड वाले शहर में भाजपा के 40 पार्षद जीत कर आए हैं। यानि निगम चुनाव में शहर की जनता ने भाजपा को हाथों हाथ लेकर एकतरफा सत्ता तक पहुंचाई है। अब नई सरकार की जिम्मेदारी शहर की जनता की जरुरतों को पूरी करने की है।
पिछली सरकार ने दिखाए सब्जबाग
इससे पहले निगम की सत्ता में पांच साल कर कांग्रेस का राज रहा। महौपार हेमा देशमुख पूरे पांच साल कर निगम की सत्ता में काबिज रही। महापौर रहते हेमा देशमुख ने पांच बार बजट पेश की और हर बजट में शहरवासियों को नए सौगात देने का प्रस्ताव सदन के पटल में रखी। पिछले सरकार ने पांच साल तक शहरवासियों को सिर्फ सब्जबाग ही दिखाए।
पिछली सरकार की बजट में शहर विकास को लेकर को अहम मुद्दे रखे गए थे। इसंमे निगम का आय बढ़ाने व लोगों को सुविधा देने पुत्री शाली व गुडाखू लाइन स्थित आयुर्वेद अस्पताल में शापिंग काम्प्लेक्स का निर्माण, शहर में दाई दीदी बाजार की स्थापना, शहर के सभी 51 वार्डों में माडयूलर टायलेट का निर्माण, वाटर पार्क का निर्र्माण शामिल था, लेकिन यह सब बजट का प्रावधान धरातल में नहीं आ पाई।