छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में विष्णुदेव साय सरकार (Vishnudev Sai Government) के कैबिनेट का विस्तार एक बार फिर टल गया है. इससे पहले 12 जनवरी को मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगाई जा रही थी. लेकिन निकाय चुनाव (Municipal Election 2025) को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार को फिलहाल टाल दिया गया है.
इस संबंध में बीजेपी प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने कहा कि अभी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव है. समय आएगा, तो उस पर भी चर्चा कर लेंगे. मीडिया से बात करते हुए छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है, पंचायत से पार्लियामेंट तक भगवा लहराना. लिहाजा, बीजेपी ने विधानसभा और लोकसभा में प्रचंड जीत हासिल की है. अब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कार्यकर्ताओं को नेतृत्वकर्ता बनाने के लिए पार्लियामेंट से पंचायत तक भगवा लहराने का सबसे स्वर्णिम मौका आया है.
दरअसल, 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा में नियम के मुताबिक सीएम समेत 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं. फिलहाल, राज्य सरकार में सीएम समेत 11 मंत्री हैं. ऐसे में 3 और मंत्री बनाए जा सकते हैं, लेकिन कई नेता खुद को दावेदार के तौर पर पेश कर रहे हैं. ऐसे में मंत्री नहीं बनने वाले नेता असंतुष्ट होकर निकाय चुनाव में पार्टी के साथ खेला कर सकते थे. लिहाजा, इस स्थिति से बचने के लिए पार्टी फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार को टाल दिया है.
इन नेताओं को मंत्री बनाने की थी चर्चा
जिन नेताओं के नामों की चर्चा है, उनमें बिलासपुर से अमर अग्रवाल, दुर्ग से गजेंद्र यादव, रायपुर से राजेश मूणत के अलावा बस्तर से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को मंत्रिमंडल मंडल के नाम शामिल हैं. फिलहाल, साय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 11 मंत्री हैं. इनमें सबसे ज्यादा सरगुजा संभाग से मंत्री हैं. रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग से सिर्फ एक-एक मंत्री हैं. इसलिए रायपुर से राजेश मूणत और अजय चंद्राकर का नाम चर्चा में थे. वहीं, बस्तर से केदार कश्यप अकेले मंत्री हैं, ऐसे में बस्तर से प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को मंत्री बनाने की चर्चा थी. बिलासपुर से रमन सरकार में मंत्री रहे अमर अग्रवाल का नाम की भी चर्चा थी. इसके अलावा, यादव समाज को प्रतिनिधित्व देने दुर्ग से गजेंद्र यादव को भी मंत्री बनाए जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी.