अंग्रेजों ने रांची से 60 किलोमीटर दूर दुल्ली में सर्वधर्म स्थल पर नूर हसन बाबा के नाम का मजार बनाया था. उनकी मजार पर आज भी दूर-दराज से लोग चादर डाल कर मन्नत मांगने आते हैं. नूर हसन बाबा की इच्छा के अनुसार यहां राधा-कृष्ण मंदिर एवं अर्ध निर्मित गुरुद्वारा बनवाया गया था