मध्य प्रदेश के मंडला जिले के रामनगर में आज एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन देखने को मिला। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गोंडवाना ध्वजारोहण के साथ ‘आदि उत्सव’ का शुभारंभ किया।
इस मौके पर पारंपरिक लोकनृत्य, लोकगीत और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे माहौल को जीवंत कर दिया।
मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि जनजातीय समाज केवल इतिहास का हिस्सा नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय समुदाय के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनमें जनजातीय गौरव दिवस, धरती आबा योजना और जनमन आवास योजना प्रमुख हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं जनजातीय क्षेत्रों तक पहुँचाना है।
मंच पर जुटे कई दिग्गज, आज और कल दोनों दिन कार्यक्रम
इस गरिमामयी अवसर पर कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं। केंद्रीय जनजातीय मंत्री जुएल ओराम, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातीय आयोग अध्यक्ष डॉ. अंतर सिंह आर्य, और मध्य प्रदेश की मंत्री संपतिया उइके समेत अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी कार्यक्रम में शामिल हुए।
समापन समारोह में शामिल होंगे CM डॉ. मोहन यादव
कार्यक्रम का समापन समारोह कल आयोजित होगा, जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल होंगे। वे मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह/निकाह योजना के अंतर्गत 500 से अधिक नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद देंगे। यह योजना सामाजिक समरसता का प्रतीक बनकर उभर रही है।
परंपरा और आधुनिकता का संगम बना आदि उत्सव
आदि उत्सव एक ऐसा मंच है जो जनजातीय समुदाय की सांस्कृतिक विरासत को न केवल संरक्षित करता है बल्कि उसे राष्ट्रीय पहचान भी दिलाता है। इस तरह के आयोजनों से भारत की विविधता में एकता की भावना और अधिक मजबूत होती है।