पुरी मंदिर में चूहे का खतरा कोई नई बात नहीं है. हालांकि, कोरोना महामारी के दौरान लगभग 2 वर्षों तक मंदिर भक्तों के लिए बंद था, इस दौरान चूहों की आबादी में काफी वृद्धि हुई है. मंदिर की नियम पुस्तिका चूहों को मारने पर रोक लगाती है, इसलिए प्रशासन उन्हें जिंदा पकड़ने के लिए जाल बिछाता है और फिर उन्हें मंदिर परिसर के बाहर छोड़ देता है.