छत्तीसगढ़ में हुए नगरीय निकाय चुनावों के नतीजे लगभग साफ हो चुके हैं, जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस को करारी शिकस्त दी है। नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत तीनों ही निकायों में भाजपा का दबदबा देखने को मिला। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) को उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले, जबकि निर्दलीय प्रत्याशियों ने कुछ सीटों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। आइए जानते हैं किस निकाय में किसे जीत मिली है।
इस बार राज्य के कुल 10 नगर निगमों में भाजपा ने सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज कर ली, जबकि कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों का खाता भी नहीं खुल सका। भाजपा की इस प्रचंड जीत ने विपक्ष को करारा झटका दिया है।
नगर पालिका चुनावों में भी भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया और कुल 49 में से 35 सीटों पर कब्जा जमाया। कांग्रेस को सिर्फ 8 सीटें मिलीं, जो तखतपुर, मुंगेली, कटघोरा, महासमुंद, बागबाहरा, सुरजपुर, मंदिर हसौद और अभनपुर में हासिल हुईं। आम आदमी पार्टी (AAP) को मात्र एक सीट (बोदरी) से संतोष करना पड़ा। वहीं, 5 सीटें निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में गईं, जिनमें अहिवारा, सक्ती, पेंड्रा, अकलतरा और सिमगा शामिल हैं।
नगर पंचायत चुनावों में भी भाजपा ने अपना परचम लहराया और कुल 114 सीटों में से 81 पर जीत दर्ज की। कांग्रेस को 22 सीटें मिलीं, जबकि बहुजन समाज पार्टी (BSP) को सिर्फ 1 सीट हासिल हुई। वहीं, निर्दलीय प्रत्याशियों ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की।
गौरतलब है कि इन चुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत ने यह साबित कर दिया है कि राज्य की राजनीति में उसका प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वह अधिकांश सीटों पर हार गई। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदें भी धराशायी हो गईं, क्योंकि उन्हें सिर्फ एक सीट मिली। निर्दलीय प्रत्याशियों ने 15 सीटें जीतकर कुछ क्षेत्रों में अपनी मजबूती दिखाई। कुल मिलाकर, इन चुनावों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत ने राजनीतिक समीकरणों को पूरी तरह बदल दिया है।