छत्तीसगढ़ में मौसम का रुख एक बार फिर बदलने वाला है. दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से लेकर उत्तर केरल तक फैली द्रोणिका और आगामी पश्चिमी विक्षोभ के असर से छत्तीसगढ़ में प्रचुर मात्रा में नमी प्रवेश करेगी. इसके चलते प्रदेश के कई इलाकों में हल्की बारिश से लेकर गरज-चमक, अंधड़ और ओलावृष्टि तक की संभावना बन रही है. मौसम विभाग ने दो दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी है.
मौसम विज्ञानियों के अनुसार एक उत्तर-दक्षिण द्रोणिका दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से लेकर उत्तर केरल तक 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक विस्तारित है. इस द्रोणिका की उपस्थिति से वातावरण में बदलाव आ रहा है, जिससे आगामी दिनों में प्रदेश में मौसमी घटनाएं तेज हो सकती है.
2 मई से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव पड़ने की संभावना जताई गई है. इसके चलते बंगाल की खाड़ी से प्रचुर मात्रा में नमी प्रदेश में प्रवेश करेगी. यह नमी बारिश और अन्य मौसमी गतिविधियों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगी. 2 मई को छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया है कि मौसम में नमी की मौजूदगी के कारण स्थानीय स्तर पर अस्थायी मौसम बदलाव संभव हैं. वहीं प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज अंधड़ चलने, वज्रपात और ओलावृष्टि की भी संभावना है. यह स्थिति 3 मई तक बनी रह सकती है. ऐसे में किसानों और आमजन से सतर्क रहने की अपील की गई है.
इन मौसमी गतिविधियों के कारण प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन मौसम की तीव्रता को देखते हुए सावधानी बरतना जरूरी है. मौसम विभाग के अनुसार आज 2 मई को छत्तीसगढ़ के सभी संभागों, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, बस्तर और रायगढ़ में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. एक-दो स्थानों पर अंधड़, वज्रपात और ओलावृष्टि की भी आशंका है. अधिकतम तापमान 36°C से 39°C के बीच और न्यूनतम तापमान 22°C से 25°C के बीच रहने का अनुमान है. बारिश और बादलों के कारण दिन में गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है.