53 वर्षीय यह व्यक्ति जर्मनी के ड्यूसेलडोर्फ का है. 2008 में उसे पता लगा कि HIV पॉजिटिव है. फिर 3 साल बाद ही उसे ब्लड कैंसर हो गया, जिसे एक्यूट माइलॉयड ल्यूकेमिया के नाम से पहचाना गया. 2013 में उसका स्टेम सेल की मदद से बोन मेरो ट्रांसप्लांट हुआ, यह एक महिला डोनर की वजह से मुमकिन हो पाया था. महिला के CCR5 म्युटेशन जीन ने बीमारी को शरीर में फैलने से रोक दी. यह दुर्लभ जीन है, जो कोशिकाओं में HIV को फैलने से रोकता है. इस व्यक्ति की 2018 में HIV के लिए की जाने वाली एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी बंद कर दी गई. लगातार 4 साल तक परीक्षण किया गया, लेकिन HIV लौटने का कोई लक्षण नहीं दिखा.
53 वर्षीय यह व्यक्ति जर्मनी के ड्यूसेलडोर्फ का है. 2008 में उसे पता लगा कि HIV पॉजिटिव है. फिर 3 साल बाद ही उसे ब्लड कैंसर हो गया, जिसे एक्यूट माइलॉयड ल्यूकेमिया के नाम से पहचाना गया. 2013 में उसका स्टेम सेल की मदद से बोन मेरो ट्रांसप्लांट हुआ, यह एक महिला डोनर की वजह से मुमकिन हो पाया था. महिला के CCR5 म्युटेशन जीन ने बीमारी को शरीर में फैलने से रोक दी. यह दुर्लभ जीन है, जो कोशिकाओं में HIV को फैलने से रोकता है. इस व्यक्ति की 2018 में HIV के लिए की जाने वाली एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी बंद कर दी गई. लगातार 4 साल तक परीक्षण किया गया, लेकिन HIV लौटने का कोई लक्षण नहीं दिखा.